hats off to Swanand Kirkire sahab....for writing such awsome poem!!!.....I have tried to write on the same base........one Stanza.......
तेरे उडने का गम हे मुझे हो रहा
सुना मेरा ये अंगना भी हे रो रहा
तेरी यादोको मै, उडने न दु
तेरी आवाज को , अब मिटने न दु
तेरे बिन जी रहा है तेरा अपना
ओ री चीरय्या, छोटीसी चिडिया ...... अंगना में फिर आं जा रे......
- सौरभ
तेरे उडने का गम हे मुझे हो रहा
सुना मेरा ये अंगना भी हे रो रहा
तेरी यादोको मै, उडने न दु
तेरी आवाज को , अब मिटने न दु
तेरे बिन जी रहा है तेरा अपना
ओ री चीरय्या, छोटीसी चिडिया ...... अंगना में फिर आं जा रे......
- सौरभ
waaah waaaahh
ReplyDeleteteri jubaan se nikla labj dil ko chu gaya.....
jake sabko bata du mera dost SHAYAR ban gaya......